वोकल फॉर लोकल अभियान के सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं, भारत वैश्विक विनिर्माण हब के रूप में उभर रहा है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनका ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान अब असर दिखा रहा है, क्योंकि भारतीय उत्पाद वैश्विक स्तर पर पहचान बना रहे हैं और दुनियाभर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनका ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान अब प्रभाव दिखा रहा है, क्योंकि भारतीय उत्पाद वैश्विक स्तर पर पहचान बना रहे हैं और दुनियाभर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। उन्होंने ‘एनएक्सटी’ सम्मेलन में ‘न्यूजएक्स वर्ल्ड’ चैनल के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि लंबे समय तक दुनिया ने भारत को अपने ‘बैक ऑफिस’ के रूप में देखा, लेकिन अब देश एक वैश्विक विनिर्माण हब के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत अब सिर्फ कार्यबल नहीं, बल्कि एक ‘‘विश्व शक्ति’’ के रूप में स्थापित हो रहा है।
भारत एक अग्रणी ऑटोमोबाइल निर्माता बन गया है - पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब सेमीकंडक्टर और विमानवाहक पोत निर्माण में सक्षम हो चुका है, जबकि मखाना और बाजरा जैसे सुपरफूड, आयुष उत्पाद और योग को वैश्विक स्तर पर व्यापक स्वीकृति मिल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत एक प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता बन चुका है और देश का रक्षा निर्यात लगातार बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत को बिना किसी बनावटी छवि के उसी रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए जैसा वह वास्तव में है। उन्होंने कहा कि देश को किसी दिखावे की जरूरत नहीं, बल्कि इसकी वास्तविक कहानियां दुनिया तक पहुंचनी चाहिए।
21वीं सदी में दुनिया की नजर भारत पर है - प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार का तीसरी बार चुना जाना जनता के अटूट विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत का नया वैश्विक समाचार चैनल देश की उपलब्धियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में दुनिया भारत की ओर देख रही है, क्योंकि देश लगातार सकारात्मक बदलाव और सफलताओं की नई कहानियां गढ़ रहा है। भारत अब कई वैश्विक पहलों का नेतृत्व कर रहा है, जिसका उदाहरण हाल ही में आयोजित एआई (कृत्रिम मेधा) शिखर सम्मेलन और जी-20 की अध्यक्षता है।
पीएम मोदी ने महाकुंभ का उल्लेख करते हुए इसे भारत के आयोजन कौशल और नवाचार की मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कई पुराने और अप्रचलित कानूनों को समाप्त कर दिया है। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि अंग्रेजों के जमाने का एक कानून 10 या उससे अधिक लोगों के नृत्य को अपराध मानता था, जिसे उनकी सरकार ने निरस्त किया।
प्रधानमंत्री ने तथाकथित "लुटियन जमात" और "जनहित याचिका के ठेकेदारों" पर तंज कसते हुए कहा कि वे हर मुद्दे पर अदालत का रुख करते हैं, लेकिन ऐसे अन्यायपूर्ण कानूनों पर चुप रहते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि तब वे आजादी की बात क्यों नहीं करते थे?
What's Your Reaction?






